इस पार से उस पार ,
उस पार से इस पार को ,
मंथर गति से ,
आती जाती नौकाओं की तरह ,
मिनट ,घंटे ,दिन ,सप्ताह ,
महीने और फिर साल ,
आते और जाते रहेंगे ,
लकिन हमारा पुराना ,
साथ -साथ बीता हुआ कल,
मधुर कल ,
पुनः लौट कर नहीं आएगा ,
ऐसे ही जैसे -
आज का दिन ,
हम एक दूसरे के पास हैं ,
हम चाहते हैं -
कल न आए ,
जो हमें एक दूसरे से अलग कर दे ,
हम चाहते हैं -
ये पल यहीं थम जाए ,
वक्त आगे न बढ़ पाए ,
ये लम्हा ठहर जाए ,
पर असंभव !
समय को कौन रोक पाया ,
रेत कौन भींच पाया,
लकिन एक चीज़ संभव है ,
मेरे वश में है ,
तुम्हारा याद पंछी,
जो सदा मेरे पास रहेगा ,
तुम्हारे साथ का अहसास रहेगा
जिसे मैंने,
अपने मन पिंजरे में ,
कैद कर लिया है |
(जयश्री वर्मा)
उस पार से इस पार को ,
मंथर गति से ,
आती जाती नौकाओं की तरह ,
मिनट ,घंटे ,दिन ,सप्ताह ,
महीने और फिर साल ,
आते और जाते रहेंगे ,
लकिन हमारा पुराना ,
साथ -साथ बीता हुआ कल,
मधुर कल ,
पुनः लौट कर नहीं आएगा ,
ऐसे ही जैसे -
आज का दिन ,
हम एक दूसरे के पास हैं ,
हम चाहते हैं -
कल न आए ,
जो हमें एक दूसरे से अलग कर दे ,
हम चाहते हैं -
ये पल यहीं थम जाए ,
वक्त आगे न बढ़ पाए ,
ये लम्हा ठहर जाए ,
पर असंभव !
समय को कौन रोक पाया ,
रेत कौन भींच पाया,
लकिन एक चीज़ संभव है ,
मेरे वश में है ,
तुम्हारा याद पंछी,
जो सदा मेरे पास रहेगा ,
तुम्हारे साथ का अहसास रहेगा
जिसे मैंने,
अपने मन पिंजरे में ,
कैद कर लिया है |
(जयश्री वर्मा)
The glorious moments in every life are always helpful for shaping time beautiful....Best way of daily life is seen in your poem....Updesh
ReplyDeleteहमारी पुरानी खूबसूरत यादें हमारे जीवन जीने का सहारा होती हैं , धन्यवाद उपदेश जी ! कविता कि सराहना के लिए !
DeleteRoses for Valentines Day
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